ताजा समाचार

Ganderbal terror attack: पूर्व सैनिक के बेटे की हत्या, क्षेत्र में शोक की लहर

Ganderbal terror attack: गंदरबल के सोंमार्ग में एक दर्दनाक आतंकवादी हमले में पूर्व सैनिक के बेटे गुर्मीत सिंह की मौत हो गई। गुर्मीत सिंह, जो बटाला के गांव सखोवाल का निवासी था, इस हमले के दौरान जान गंवाने वाले सात लोगों में से एक था। गुर्मीत के पिता, धरम सिंह, एक पूर्व सेना के जवान हैं। गुर्मीत की मौत की खबर मिलने के बाद उनके परिवार में गहरा दुख छा गया है। गुर्मीत की पत्नी, बेटी, एक बेटा और उसके माता-पिता अब अकेले रह गए हैं। गुर्मीत कई वर्षों से कश्मीर में एक निजी कंपनी में काम कर रहा था। उनकी शव की गांव पहुंचने की उम्मीद कल है।

आतंकवादी हमले में 7 लोग मारे गए

यह घटना उस समय हुई जब जम्मू-कश्मीर में नई सरकार का गठन हुए केवल पांच दिन ही हुए थे। इसी बीच, आतंकवादियों ने दूसरी बार हमला किया। रविवार रात को सोंमार्ग में ज़ोजिला के पास स्थित श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर आतंकवादियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिसमें कुल सात लोगों की जान चली गई। इस हमले में एक डॉक्टर भी शामिल है। मृतकों में तीन लोग बिहार के, एक मध्य प्रदेश का, एक पंजाब का और दो जम्मू-कश्मीर के हैं। यह घटना रविवार की रात 8 बजे हुई, जब श्रमिक खाने के लिए अपने मेस की ओर जा रहे थे।

मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला ने की निंदा

जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला ने इस घातक हमले की निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “गागनगिर के क्षेत्र में गैर-स्थानीय श्रमिकों पर किए गए कायराना हमले की बहुत ही दुखद खबर है। ये लोग क्षेत्र में एक बड़े बुनियादी ढांचे के परियोजना पर काम कर रहे थे। इस आतंकवादी हमले में सात श्रमिकों की जान गई। मैं इस निहत्थे निर्दोष लोगों पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं और उनके प्रियजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।”

Ganderbal terror attack: पूर्व सैनिक के बेटे की हत्या, क्षेत्र में शोक की लहर

राहुल गांधी ने जताया आक्रोश

इस कायरतापूर्ण हमले के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा, “गंदरबल में आतंकवादी हमले में कई लोगों की हत्या, जिसमें एक डॉक्टर और प्रवासी श्रमिक शामिल हैं, यह एक बहुत ही कायराना और अमानवीय अपराध है। मैं सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”

राहुल गांधी ने कहा कि आतंकवादियों की यह हिमाकत कभी भी जम्मू और कश्मीर के लोगों के विश्वास को नहीं तोड़ पाएगी। उन्होंने कहा, “पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है।”

स्थानीय लोगों में शोक

गंदरबल में इस हमले की खबर सुनते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। स्थानीय लोग और गुर्मीत सिंह के परिचित इस भयानक घटना को लेकर चिंतित हैं। गुर्मीत के परिवार की आर्थिक स्थिति भी एक सवाल बन गई है, क्योंकि उनके जीवन यापन का एक बड़ा हिस्सा गुर्मीत की कमाई पर निर्भर था।

गुर्मीत के साथियों ने बताया कि वह हमेशा से काम के प्रति समर्पित और मेहनती थे। उनके दोस्तों का कहना है कि वह दूसरों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। उनकी कमी उनके परिवार और मित्रों के लिए एक बड़ा आघात है।

आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई

जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई जारी है। हाल के दिनों में कई आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया गया है। हालांकि, इस तरह के हमलों से आतंकवाद की समस्या का समाधान नहीं हुआ है। सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा को और मजबूत करने का निर्णय लिया है।

सरकार की प्रतिक्रिया

सरकार ने इस हमले के बाद सुरक्षा उपायों को और सख्त करने का निर्णय लिया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और आतंकवादियों की पहचान करने के लिए एक विशेष टीम गठित की है। अधिकारियों ने कहा है कि वे सभी संभव प्रयास करेंगे ताकि ऐसे कायरतापूर्ण हमले दोबारा न हों।

गंदरबल में हुए इस आतंकवादी हमले ने न केवल गुर्मीत सिंह के परिवार को बल्कि पूरे देश को दुखी किया है। यह एक बार फिर दर्शाता है कि आतंकवाद का संकट केवल एक स्थानीय समस्या नहीं है, बल्कि यह पूरे देश की सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती है। सभी राजनीतिक दलों और नागरिकों को इस खतरे का सामना करने के लिए एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है।

इस घटना से हमें यह याद दिलाया जाता है कि हमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखनी चाहिए और शांति के लिए अपने प्रयासों को बढ़ाना चाहिए। आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता से ही हम अपने समाज को सुरक्षित बना सकते हैं।

इस तरह के कायराना हमलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। गुर्मीत सिंह जैसे निर्दोष व्यक्तियों की हत्या को कभी भी नहीं भुलाया जा सकता। पूरे देश को उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं और समर्थन व्यक्त करना चाहिए।

Back to top button